Facts About Amitabh Bachchan

“Facts About Amitabh Bachchan” अमिताभ बच्चन के कई फिल्मों में उनके किरदार का मर जाना एक प्रमुख ट्रेडमार्क बन गया था, जैसे कि ‘दीवार’ और ‘शोले’। इन फिल्मों में वे अपने किरदारों को इस प्रकार पोर्ट्रेट करते थे

कि उनका मरना दर्दनाक और भावनाओं से भरपूर होता था, जिससे दर्शकों के दिलों में गहरा प्रभाव पड़ता था। अमिताभ बच्चन की एक्टिंग और उनकी व्यक्तिगत शैली ने इन किरदारों को यादगार बना दिया और उन्हें बॉलीवुड के इतिहास में महत्वपूर्ण स्थान पर ले आया।

आप सही कह रहे हैं, अमिताभ बच्चन की फिल्म ‘कुली’ में उनके किरदार की मौत की थी, लेकिन फिल्म की शूटिंग के दौरान हुई एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना के बाद, निर्देशक मनमोहन देसाई ने फिल्म के क्लाइमेक्स में बदलाव का फैसला किया।

इस घटना में सुपरस्टार का जीवन किसी की जान में खतरे में था, लेकिन वह स्वास्थ्य बनाए रखने के लिए कई महीने बेहोश रहने के बाद वापस आए थे।

इसके बाद, निर्देशक ने किरदार को जीवित रखने के लिए क्लाइमेक्स में परिवर्तन किया और फिल्म को सम्पन्न किया। यह घटना एक महत्वपूर्ण मोड़ने वाला पल था अमिताभ बच्चन की करियर में और फिल्म ‘कुली’ ने उन्हें एक और सफल चर्चा में लाया।

आप बिल्कुल सही कह रहे हैं, अमिताभ बच्चन ने अपनी फ़िल्मी करियर की शुरुआत 1969 में की थी फ़िल्म “भुवन शोम” में, जिसमें उन्होंने मृणाल सेन की राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता भुवन शोम की कथा कथावाचक के रूप में आवाज देने का काम किया था।

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यह कदम उनके करियर की शुरुआत में महत्वपूर्ण था और इसके बाद वे बॉलीवुड के प्रमुख सूत्रधारों में से एक बने। उन्होंने अपनी शानदार आवाज और कथाओं को जीवंत करने का कौशल प्रदर्शित किया और उन्होंने सिनेमा के इतिहास में अपनी अनूठी पहचान बनाई।

हाँ, यह सही है कि अमिताभ बच्चन ने बॉलीवुड में कदम रखने से पहले रेडियो होस्ट बनने का प्रयास किया था।

वे दिल्ली में ऑल इंडिया रेडियो के लिए अपनी करियर की शुरुआत करने का सपना देख रहे थे, लेकिन उन्हें पहले ही ठुकरा दिया गया।

इसके बाद वे मुंबई आए और वहां अपनी एक्टिंग करियर की शुरुआत की, जिसने उन्हें एक बॉलीवुड सुपरस्टार बना दिया। उनका संघर्ष और संघर्ष का सफर एक प्रेरणास्पद उदाहरण है जो आज भारतीय सिनेमा के इकोन के रूप में मान्यता प्राप्त करता है।

महान अभिनेता ने गुड्डी, गोल माल और हीरो हीरालाल जैसी कई फिल्मों में अपनी विशेष भूमिका निभाई हैं।

उन्होंने इन फिल्मों में अपनी अद्वितीय एक्टिंग कौशल से अपने किरदारों को जीवंत किया और दर्शकों के दिलों में अपनी यादगार प्रतिबिंब छोड़े।

उनकी यह महान भूमिकाएँ हिन्दी सिनेमा के इतिहास में अमूल्य हैं और उन्होंने एक सशक्त फिल्मी करियर का निर्माण किया है।

हां, बिग बी ने अपने चार दशक से अधिक लंबे करियर के दौरान 14 फिल्मों में दोहरी भूमिकाएँ निभाई हैं।

उनकी व्यक्तिगत और व्यापक एक्टिंग कौशल के कारण वे कई बार एक ही फिल्म में दो अलग-अलग भूमिकाओं को प्रस्तुत करने में सफल रहे हैं, जो उनके अद्वितीय कला का प्रमुख प्रमाण है।

Here’s wishing Big B a very happy birthday!

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